उपायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि प्रदेश में परंपरागत खेती के जोखिमों को कम करने व फसल विविधिकरण के तहत खेती कर रहे किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए बागवानी विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के बाग लगाने के लिए किसानो को अनुदान राशि दी जा रही है।
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि अनुदान योजना के तहत जिले में नींबू, वर्गीय फल व अमरूद का बाग लगाने वाले किसानों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी के क्षेत्र को बढ़ाने के लिये विशेष अनुदान योजना लागू की गई है। बागों के लिए (अमरूद, नीबू वर्गीय स्ट्राबेरी आदि) 43 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान राशि का प्रोत्साहन है। एम.आई.डी.एच. स्कीम की गाईड लाईन के तहत पहले साल 23 हजार रुपये व दूसरे व तीसरे साल 10-10 हजार रुपये रख रखाव के लिये अनुदान राशि के रूप में दिए जाएंगे।
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि बागवानी के लिये किसान पौधे मान्यता प्राप्त नर्सरी व विभाग के उत्कृष्टता केन्द्र व नर्सरीयों से ले सकते हैं। एनएचबी मान्यता प्राप्त नर्सरी की लिस्ट www.nhb.gov.in से प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने बताया कि विभागीय स्कीमो का लाभ लेने के लिये किसानो को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर बागवानी फसलो का पंजीकरण करना अनिवार्य है। बागवानी स्कीम का लाभ उठाने के लिये विभागीय पोर्टल https://hortnet.gov.in पर पंजीकरण व पूर्ण दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। आनलाईन पंजीकरण के माध्यम से पहले आओ व पहले पाओ के आधार पर प्राथमिकता दी जाएगी। इस योजना के तहत एक किसान अधिकतम 10 एकड़ तक अनुदान का लाभ ले सकता है।
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