हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वावधान में
बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य हेतु प्रेरणादायी वातावरण उपलब्ध करवाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। नारनौंद उपमंडल के गांव खेड़ी जालब स्थित स्वामी विवेकानंद वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत किशोर विद्यार्थियों एवं उनके शिक्षकों हेतु बाल सुरक्षा पर चर्चा आयोजित की गई। मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने बतौर मुख्यवक्ता संबोधित करते हुए कहा कि सभी बच्चे किसी भी तरह की हिंसा, प्रताड़ना और शोषण से मुक्त घरेलू और सामाजिक माहौल में पलने-बढ़ने का अधिकार रखते हैं। बच्चों की सुरक्षा हेतु प्रत्येक नागरिक अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएं ताकि बच्चें हमेशा खेलते, हंसते, मुस्कुराते, महकते व चहकते रहें। उन्होंने बताया कि दुर्व्यवहार और शोषण का शिकार हो रहे बच्चों का तनाव, चिंता, अवसाद न बढ़े इसलिए परिषद द्वारा मनोवैज्ञानिक परामर्श व उचित मार्गदर्शन किया जा रहा है। अभी जमीनी स्तर पर अधिक काम करने की आवश्यकता है। किशोर, युवा व बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों व शिक्षकों को भी जागरूक किया जा रहा है। अनिल मलिक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि फेल होने से ना डरे, असफलता का भी सम्मान करें व हर किसी से सलाह न लेकर विश्वसनीय की सलाह लें। कभी भी खुद की तुलना दूसरों से ना करें। निरंतर सीखते रहें, जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें, उसे हासिल करने के हर संभव प्रयास जारी रहने चाहिए।
परामर्शदाता नीरज कुमार ने कहा कि निरंतरता कायम रखते हुए मन की उलझन क्या है उसको अपने अभिभावकों या किसी विश्वसनीय व अनुभवी व्यक्ति को बताना चाहिए तथा निरंतर संवाद करना चाहिए। समय-समय पर निरंतर मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाओं का लाभ लेते रहना चाहिए। कार्यक्रम की संयुक्त अध्यक्षता करते हुए स्कूल संचालक जयवीर सिंह व प्रबन्धक विनोद श्योराण ने कहा कि कार्यक्रम से निसंदेह मन में एक नई ऊर्जा का प्रभाव हुआ है।
अभिभावक और बच्चों के लिए यह खुला संवाद जारी रहेगा। कार्यक्रम में सुपरवाइजर धर्मबीर, अध्यापकगण नरेश, मन्जू, ममता, नवीन, सुदेश, विकास, मनीष आदि उपस्थित रहे।
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