गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सौजन्य से "राष्ट्रीय एकीकरण शिविर", के पांचवे दिन योगा और प्रभात फेरी से ऊर्जावान दिन की शुरुआत हुई । खेल मैदान में "खेल प्रतिस्पर्धा" का आयोजन किया गया जिसमे लंबी कूद, ईंट के साथ दौड़, रस्सा -कसी , रिले दौड़ आदि शामिल रहे । सत्र के मुख्य वक्ता एडवोकेट विक्रमजीत मित्तल रहें। उन्होंने "साइबर कानून पर कानूनी साक्षरता " विषय पर प्रतिभागी स्वयंसेवकों को व्याख्यान दिया। कानूनी साक्षरता लोगों को उनके अधिकारों कर्तव्यों और कानून की जानकारी देना है, ताकि वह अपने कानूनी अधिकारों का सही उपयोग कर सके और किसी भी प्रकार के शोषण या अन्य अपराध से बचाने में योगदान देते है।इसके नियम हैकिंग, ऑनलाइन वेबसाइट से दूरी बनाए रखना। अलग-अलग राज्यों से आए हुए प्रतिभागी स्वयंसेवकों ने "साइबर सुरक्षा " पर" पोस्टर मेकिंग" प्रतिस्पर्धा भी करवाई गई। सायंकालीन संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया जिसमें अलग-अलग राज्यों से आए हुए प्रतिभागी स्वयंसेवकों ने बहुत ही उम्दा प्रस्तुतियां दीं।इससे पूर्व "राष्ट्रीय एकीकरण शिविर", में रचनात्मकता और टीम वर्क का जीवंत प्रदर्शन देखा गया जिसमे 10 टीमें रोमांचक प्रतियोगिताओं - क्ले मॉडलिंग, रंगोली, भाषण, पोस्टर मेकिंग और वीडियो मेकिंग आदि करवाया गया। स्वयंसेवकों ने एकता और खेल कौशल को बढ़ावा देते हुए, जोश के साथ कलात्मक प्रतिभा, प्रेरक वक्तृत्व कौशल और सम्मोहक कथाओं का प्रदर्शन किया, जमकर प्रतिस्पर्धा की। समवर्ती रूप से, अन्य छात्र अभिनव "इमोजी पहेलियों" टीम-निर्माण गतिविधि में लगे हुए हैं, सहयोग और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा दे रहे हैं, सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे हैं।
इस सत्र में प्रो महेंद्र सिंह ने "एक राष्ट्र के रूप में भारत का गठन और युवाओं की भूमिका" पर एक प्रेरक व्याख्यान दिया, जिसमें स्वयंसेवकों को डॉ. अब्दुल कलाम के जीवन के मार्मिक उदाहरणों से मंत्रमुग्ध कर दिया। दक्षिण भारत से उत्तर पूर्व भारत तक डॉ. कलाम की परिवर्तनकारी यात्रा पर प्रकाश डालते हुए स्वयंसेवकों को एक एकजुट, जीवंत राष्ट्र को बढ़ावा देने के लिए डॉ. कलाम के दृष्टिकोण और गांधी के सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।प्रतिभागी स्वयंसेवकों को धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का एक सांस्कृतिक भ्रमण करवाया गया ताकि जो अन्य राज्य से आए हुए प्रतिभागी है वह हरियाणा की संस्कृति को जान सके।इसके साथ ही पवित्र स्थल गुरुद्वारा भी भ्रमण करवाया गया।गु.ज.वि के प्रो . संजीव, प्रो . सुनीता द्वारा ,"फ्री योर माइंड, फ्री योर थॉट्स" विषय पर व्याख्यान दिया गया।
जैसा विदित है कि सप्त दिवसीय राष्ट्रीय एकीकरण शिविर का समापन आगामी 17 अक्टूबर 2024को होने जा रहा है और शिविर अपनी योजना अनुसार अपनी सफलता के पथ पर अग्रसर है।
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