कहा- फसल अवशेष जलाने वाले किसानों की कृषि रिकॉर्ड में होगी रेड एंट्री, दो सत्रों के दौरान ई-पोटर्ल के माध्यम से फसल बेचने पर रहेगा प्रतिबंध
अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने कहा कि जिला प्रशासन हिसार जिले में फसल अवशेष व पराली जलाने के प्रति सख्त है। उन्होंने कहा कि हरसेक पर आगजनी की लोकेशन मिलने पर जिला प्रशासन की ओर से संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। सरकार द्वारा प्रदेश में फसल के अवशेष जलाने से रोकने के लिए सख्त निर्णय लिए गए हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा सोमवार को जिला सभागार में आयोजित गांव स्तरीय समीक्षा बैठक में आगजनी रोकने संबंधी फील्ड स्टाफ को दिशा निर्देश दे रही थी। उन्होंने बताया कि सीएक्यूएम के निर्देशों के अनुसार, चालू सीजन के दौरान धान की फसल के अवशेषों को जलाने वाले किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और संबंधित अधिनियम में अभियोजन चलाया जाएगा। इसके अलावा धान की फसल के अवशेष जलाने वाले किसानों के मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के रिकॉर्ड में रेड एंट्री दर्ज की जाएगी। आनलाईन लॉगिन में इसके लिए प्रावधान दिया जा चुका है। इससे किसानों को अगले दो सत्रों के दौरान ई-खरीद पोर्टल के माध्यम से मंडियों में अपनी फसल बेचने पर प्रतिबंध रहेगा।
अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने बताया कि हिसार जिले में संबंधित एसडीएम की देखरेख में रैड जोन व यैलो जोन सहित जिन गांवों में धान की फसल बोई गई है, उन गांवों में गांव अनुसार कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों, गांव के पटवारी, ग्राम सचिव, नोडल अधिकारियों, राजस्व व पंचायत विभाग के अधिकारियों, पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की इंफोर्समेंट, सुपरविजन व मॉनिटरिंग के लिए ड्यूटी निर्धारित की गई है, जो लगातार निगरानी रखने के साथ-साथ किसानों को पराली न जलाने को लेकर जागरूक भी कर रहे हैं।
चार स्तर पर बनाई गई हैं कमेटी:
अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने बताया कि उपायुक्त हिसार द्वारा जारी आदेशों में जिला स्तरीय कमेटी में जिला राजस्व अधिकारी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, उपनिदेशक कृषि विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रिय सदस्य व एफएसओ हिसार व हांसी को शामिल किया गया हैं। उप मंडल स्तरीय कमेटी में एसडीएम हिसार, बरवाला, हांसी, नारनौंद व डीएसपी (मुख्यालय) हिसार, हांसी व संबंधित तहसीलदार, कृषि विभाग के अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ व फायर स्टेशन के इंचार्ज को शामिल किया गया हैं। ब्लॉक स्तरीय कमेटी में संबंधित नायब तहसीलदार, संबंधित बीडीपीओ, संबंधित कृषि विभाग के खंड स्तरीय अधिकारी को शामिल किया गया हैं। गांव स्तरीय कमेटी में एडीयो, पंचायत सचिव, सरपंच व राजस्व पटवारी को शामिल किया गया है।
अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से किसानों को फसल अवशेष व पराली न जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे फसल अवशेष व पराली को जलाने की बजाए इनका उचित प्रबंधन कर सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत मुनाफा कमाएं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से किसानों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों और सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी वाली मशीनों के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि किसान फसल अवशेष व पराली जलाने की बजाए इनका उचित प्रबंधन कर कमाई कर सकें।
इस बैठक में बरवाला के एसडीएम वेद प्रकाश बेनीवाल, हांसी के एसडीएम कुलभूषण बंसल, नारनौंद के एसडीएम मोहित महराणा, हिसार एसडीएम हरबीर सिंह, जिला राजस्व अधिकारी विजय कुमार यादव, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कीर्ति सिरोहीवाल, नगराधीश हरी राम, उपनिदेशक कृषि विभाग राजबीर सिंह, सहायक कृषि अभियंता ओमप्रकाश महिवाल तथा सहायक गुण नियंत्रण अधिकारी नवीन राठी सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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