गांव में सहकारी समितियों के माध्यम से खाद तुरंत उपलब्ध कराने की मांग
अखिल भारतीय किसान सभा का प्रतिनिधिमंडल सभा के जिला उप प्रधान सरबत सिंह पूनिया के नेतृत्व में उपमंडल अधिकारी से मिला और डीएपी, यूरिया व अन्य खाद गांवो में सहकारी समितियों के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर दिए जाने की मांग की। किसान नेता सरबत सिंह पूनिया व डा० मियां सिंह ने प्रेस के नाम जारी बयान में कहा कि पिछले लगभग 2 साल से किसान सभा व संयुक्त किसान मोर्चा शासन व प्रशासन से लगातार मांग कर रहा है कि प्राथमिकता के आधार पर डीएपी, यूरिया खाद गांव में सहकारी समितियों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाए ताकि गेहूं और सरसों की बिजाई लेट ना हो। उन्होंने कहा कि पराली जलाने पर किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाए और कृषि विभाग हरियाणा ने पराली के संबंध में जो नोटिफिकेशन जारी किया है, उसे तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए। पराली जलाने वाले किसान की फसल 2 साल तक ना खरीदना, पंजीकरण रद्द करना, एफआईआर दर्ज करना, तुगलकी फरमान है, जिसे किसान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसान सभा के नेता ओमप्रकाश व रणबीर देओल ने कहा कि हरियाणा सरकार धान, मूंग और बाजरे की फसल एमएसपी पर तेज गति से खरीदना शुरू करें। यदि सरकार ने समय रहते किसान की समस्याओं का हल नहीं किया तो किसान सभा आंदोलन को तेज करेगी जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग तक जाम किया जा सकता है। किसानों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल रोहतास राजली, जयबीर बिठमड़ा, इंद्र सिंह, जगमाल राजली,राजबोद, सुभाष पैंतिंया, बलजीत सिंह,सत्यवान खेदड़ आदि ने सरकार की किसान विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की।
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