आगरा, मथुरा-वृंदावन भ्रमण पर पहुंचे लोटस उकलाना के बच्चे
नगर के लोटस इंटरनेशनल स्कूल से विद्यार्थियों और स्टाफ का ग्रुप शैक्षणिक भ्रमण के लिए आगरा और मथुरा-वृंदावन गया। स्कूल चेयरमैन महेंद्र कुनर ने हरी झंडी देकर बस को रवाना किया और स्कूल प्रिंसिपल आरती कुनर स्वयं बच्चों के साथ भ्रमण के दौरान साथ रही। स्कूल प्रिंसिपल आरती कुनर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बच्चों का दो दिवसीय टूर लोटस स्कूल से रवाना हुआ। जिसके अंदर बच्चों को हमारी संस्कृति, धर्म और इतिहास से जुड़े हुए स्थलों का भ्रमण करवाया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को अगर कोई भी चीज लंबे समय तक याद रखनी हो तो उसका भ्रमण अवश्य करना चाहिए। इसलिए बच्चों को उनके पाठ्यक्रम में मौजूद स्थलों को भ्रमण पर ले जाना शिक्षा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस भ्रमण पर स्कूल प्रिंसिपल के साथ छह और स्टाफ सदस्य सभी बच्चों की देखरेख के लिए मौजूद रहे।
ऐतिहासिक गुरु का ताल गुरुद्वारा आगरा से हुआ भ्रमण का शुभारंभ
सर्वप्रथम आगरा के ऐतिहासिक और सबसे बड़े गुरुद्वारा गुरु का ताल के अंदर बच्चों ने शीश निवाया और गुरुद्वारा साहिब का भ्रमण किया। प्राप्त जानकारी अनुसार इस ऐतिहासिक गुरुद्वारा के अंदर सिखों के दस गुरुओं में से अपने अपने जीवन काल के दौरान चार गुरु यहां पहुंचे थे।
दीदार-ए-ताज ने मोहा सबका मन
दुनिया के सात अजूबों में से एक आगरा का ताजमहल भी बच्चों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। यहां पहुंच कर बच्चों ने लगभग 550 वर्ष पूर्व की कलाकृतियां और संगमरमर से बने हुए ताजमहल का भ्रमण किया और गाइड की मदद से ताजमहल की बारीकियां के बारे में भी जाना।
अलौकिक है मथुरा का कृष्ण जन्म भूमि मंदिर
लोटस स्कूल के बच्चे हिंदू मान्यता अनुसार जगत के पालनहार कृष्ण की जन्म भूमि मथुरा में उनके जन्म भूमि मंदिर को देखने के लिए पहुंचे। छठी शताब्दी ईसा पूर्व से स्थान का धार्मिक महत्व रहा है और विश्व शताब्दी में केशव देव मंदिर जन्म स्थान पर गर्भ गृह मंदिर और भागवत भवन के नए मंदिर परिसर का निर्माण किया गया था। कृष्ण जन्मभूमि मंदिर की सुंदरता देखते ही बन रही थी।
वृंदावन के माता वैष्णो देवी दरबार मंदिर में है कटरा की झलक
वृंदावन के अंदर माता वैष्णो देवी दरबार को समर्पित एक भव्य मंदिर के दर्शन के लिए लोटस के बच्चे पहुंचे। जहां पर उन्होंने शेरावाली माता के दर्शन के साथ-साथ माता के सभी रूपों के दर्शन किए और वहां पर मौजूद गुफा के अंदर पहुंचकर भी वहां स्थापित देवी देवताओं के समक्ष नतमस्तक हुए।
इस्कॉन टेंपल और प्रेम मंदिर में देखी अद्भुत कलाकृतियां
स्नेह के प्रतीक राधा कृष्ण युगल के दर्शन करके नतमस्तक होने के लिए लोटस स्कूल के विद्यार्थी वृंदावन के इस्कॉन टेंपल में पहुंचे। जहां पर उन्होंने वहां के सेवादार सन्यासी से प्रभु के बारे में ज्ञान भी अर्जित किया और सौंदर्य का अद्भुत दृश्य देखने के लिए संध्या समय पर बच्चे प्रेम मंदिर में पहुंचे। जहां पर बनी हुई सुंदर कलाकृतियां ने सबका मन मोह लिया और प्रेम मंदिर की संध्या समय पर होने वाली लाइटनिंग से बदलते हुए प्रेम मंदिर के रंग ने अभूतपूर्व दृश्य का नजारा दिया।
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