उपायुक्त प्रदीप दहिया ने जिले में नशे की तस्करी में शामिल लोगों पर शिकंजा कसने के लिए व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने व सूचना जुटाने की प्रणाली को और मजबूत करने के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के साथ नियमित बैठकें आयोजित जाएंगी ताकि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया जा सके।
एनकॉर्ड की जिला स्तरीय समिति की बैठक के उपरांत उपायुक्त ने नशा मुक्त जिले के लिए सभी विभागों के समन्वित प्रयासों के लिए आह्वान किया। जिला शिक्षा अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं कि जिले के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता और नशे जैसी कुरीतियों से निपटने के लिए नियमित रूप से निबंध लेखन, भाषण, पेंटिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं।
उन्होने जिला न्यायवादी को निर्देश देते हुए कहा कि नशे की तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ कोर्ट में मजबूत पैरवी करना सुनिश्चित करें। ऐसे लोगों के खिलाफ किसी प्रकार की रियायत न बरती जाए। मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने निर्देश दिए कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में नशा मुक्ति केंद्रों का औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने बताया कि नशीली दवाओं से संबंधित मामलों का प्रभावी अभियोजन सुनिश्चित करने के लिए, वाणिज्यिक मात्रा से जुड़े एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत दर्ज मामलों में सजा सुनिश्चित करने के लिए डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी (डीए) ऐसे मामलों की सुनवाई की निगरानी करें। जिला औषधि नियंत्रक अधिकारी ने बताया कि विगत माह में नियमित रूप से मेडिकल स्टोर की जांच के उपरांत अनियमितता पाने के कारण स्थानीय राठी मेडिकोज का लाइसेंस पांच दिन व युगल मेडिकल स्टोर का लाइसेंस सात दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है।
बैठक में हिसार पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण, हांसी पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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